दुःख का अनुभव किए बिना सुख का महत्व पता नहीं चलता. इस लिए दुःख से घबराना नहीं चाहिए. दुःख से सीखना चाहिए. समस्याओं के प्रति सकारात्मक द्रष्टिकोण रखने से अनेक समस्याएं आसानी से हल हो जाती हैं. मनुष्य को प्रकृति से सीखना चाहिए, उस से मुकाबला नहीं करना चाहिए. प्रकृति के नियमों का अनुसरण करके सुखी जीवन जिया जा सकता है.

Thursday, December 14, 2006

ईश्वर अवतार लेते हें

हमारे जीवन को सुखी बनाने के लिए ईश्वर अवतार लेते हें। पर हम ख़ुद क्या करते हें इस के लिए? सोचिये।













1 comment:

Anonymous said...

A very good analysis. Muslims, in the name of Islam, are following Shaitan and not Allah.Only Shaitan will be happy at the murder of innocent human beings being committed in the name of Allah.

गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

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सुखी जीवन का रहस्य

दूसरों के सुख में सुखी होंगे तो आपका अपना जीवन सुखी होगा